शिक्षकों की धमक देखकर दंग रह जाएंगे आप…..तहसील कार्यालय से लेकर संस्कृति परिषद तक शिक्षकों का कब्जा… एक BEO कार्यालय से भेजी गई अटैचमेंट की सूची में ही 16 सहायक शिक्षक !
यूं तो कहने को यह कहा जाता है की शिक्षक एक ऐसा प्राणी है जिसे कोई भी आकर कुछ भी सुनाकर चला जाता है लेकिन नीचे दी गई सूची को देखकर यह धारणा कुछ हद तक बदल भी सकती है क्योंकि एक छोटे से विकासखंड बिल्हा में जब 16 सहायक शिक्षक अलग-अलग कार्यालय में वर्षों से संलग्न है तो फिर पूरे प्रदेश में कितने शिक्षक होंगे यह आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है। राजस्व विभाग से लेकर छत्तीसगढ़ संस्कृति परिषद तक शिक्षक संलग्न होकर अपनी सेवाएं दे रहे हैं और इधर स्कूलों में शिक्षकों की कमी की खबरें निकलकर सामने आते रहती है सबसे ताज्जुब की बात यह है कि जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय और विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय को पूरे मामले की जानकारी होती है उसके बावजूद उनके सारे नियम कायदे कानून केवल और केवल उन शिक्षकों के लिए है जो उनके आदेश से डर जाते हैं और ऊंची पहुंच वाले शिक्षकों के सामने इन अधिकारियों की भीं नही चलती है , यही वजह है कि राज्य कार्यालय से स्पष्ट निर्देश आने के बावजूद बड़ी मात्रा में शिक्षक अन्य कार्यालय में संलग्न थे और उन्हें कार्यमुक्त भी नहीं किया गया जबकि पिछले बार के आदेश में स्पष्ट निर्देश था की सभी शिक्षकों को कार्यमुक्त करना है । यहां यह ध्यान देने योग्य भी मामला है कि जिस घटना के बाद वह आदेश आया था उसमें बिल्हा विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में अटैच दो शिक्षक ही मुख्य आरोपी साबित हुए थे । नव नियुक्त शिक्षक नंदकुमार साहू को विकासखंड शिक्षा अधिकारी ने ही अपने कार्यालय में अटैच करके रखा था और उसने कार्यालय में रहते हुए ही नए शिक्षकों की स्थापना का खेल खेलना शुरू कर दिया था जैसे ही शिक्षक की गिरफ्तारी हुई वैसे ही राज्य कार्यालय से सभी प्रकार के संलग्नीकरण समाप्त करने के निर्देश जारी हो गए थे और यह भी निर्देशित किया गया था कि किसी प्रकार का कोई से अटैचमेंट नहीं करना है उसके बावजूद बहुत से कर्मचारियों को कार्य मुक्ति भी नहीं किया गया और बहुतों का अटैचमेंट भी किया गया । इस से समझा जा सकता है कि राज्य कार्यालय का आदेश केवल उन्हीं के लिए है जिन्हें इसकी परवाह है वरना ऐसे भी धाकड़ अधिकारी हैं जो प्रमुख सचिव तक के आदेश को ठेंगा बताने में नहीं चूक रहे हैं । अभी यह लिस्ट जिला शिक्षा अधिकारी को भेजी गई है अब जिला शिक्षा अधिकारी इन सहायक शिक्षकों को कार्य मुक्त कर पाते हैं या नहीं, यह भी देखना बाकी है ।