एक बाबू ऐसा भी…. जिला शिक्षा अधिकारी का आदेश भी जिसके रसूख के सामने है नतमस्तक !
जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय बिलासपुर अपनी कार्य प्रणाली को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहता है यही वजह है कि पिछले कुछ समय से कलेक्टर ने डीईओ कार्यालय को लेकर अपनी नज़रें तिरछी की थी जिसके बाद कुछ परिवर्तन होता हुआ भी नजर आया था और शिक्षकों और कर्मचारियों ने उस परिवर्तन को देखकर राहत की सांस ली थी जिसके तहत बरसों से एक ही प्रभार संभाल रहे कर्मचारियों के प्रभार में बदलाव किया गया था । जिला शिक्षा अधिकारी टी आर साहू ने 7 अक्टूबर को एक आदेश जारी कर अपने कार्यालय के 25 कर्मचारीयों के प्रभार में बदलाव किया था जिसके तहत कुछ को कार्यालय से कार्यमुक्त कर स्कूल भेजा गया तो वहीं अन्य का प्रभार बदलाव किया गया ताकि कार्यालय में भ्रष्टाचार की जो जड़ें गहरी जम चुकी है उसे खाद पानी मिलना बंद हो जाए बताया जाता है कि ऐसा जिला शिक्षा अधिकारी ने कलेक्टर के निर्देश पर किया था और जो आदेश जारी किया गया था उसकी प्रतिलिपि भी संचालक कलेक्टर समेत अन्य अधिकारियों को भेजी गई थी लेकिन हैरानी की बात है कि इसी आदेश की नाफरमानी करने का साहस यही के एक बाबू ने जुटा लिया है और लक्ष्मी पुत्र के नाम से चर्चित यह बाबू अब तक अपने पुराने प्रभार पर ही कुंडली मारकर बैठा हुआ है और जिस जिला शिक्षा अधिकारी की यह जिम्मेदारी है कि उस आदेश का पालन कराए उन्होंने आदेश जारी करने के बाद यह पलट कर भी नहीं देखा कि उनके कार्यालय में ही उनके आदेश का पालन पूरी तरह हुआ है कि नहीं । बताया जाता है कि इसके पीछे की बड़ी वजह बाबू की वह अलौकिक शक्तियां हैं जो जिला शिक्षा अधिकारी को काफी ताकत प्रदान करती हैं । हम बात कर रहे हैं जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में बरसों से वित्त की जिम्मेदारी निभा रहे सहायक ग्रेड 2 विजय तिवारी की, जिन्हें 7 तारीख के आदेश में वित्त के प्रभार से हटकर सामान्य प्रभार सौंपा गया है बावजूद इसके जिला शिक्षा अधिकारी के चाहते माने जाने वाले तिवारी जी अभी तक वित्त के प्रभार पर ही जमे हुए हैं और इसे लेकर अब कार्यालय के कर्मचारीयों में जबरदस्त नाराजगी देखी जा रही है और अब इसकी शिकायत कलेक्टर जनदर्शन में किए जाने की बात हो रही है । लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह होता है कि जो जिला शिक्षा अधिकारी अपने कार्यालय के कर्मचारियों पर अपना आदेश लागू नहीं करा पा रहे हैं वह जिले के कर्मचारियों पर अपना आदेश कैसे लागू करवाएंगे और आखिर एक कर्मचारियों विशेष को लेकर उनका यह स्नेह क्यों है ।