कबाड़ में सरकारी किताबों को बेचने वाले प्रभारी प्राचार्य सह शिक्षक नेता निपटे… छत्तीसगढ़ बाल संरक्षण आयोग ने लिया था मामले को संज्ञान में…. शिक्षक नेता की करतूत पर पर्दा डालने की भी हुई थी कोशिश
सरकारी कन्या शाला स्कूल के तत्कालीन प्राचार्य कमलेश्वर सिंह द्वारा पाठ्य पुस्तक निगम की पुस्तकें स्कूल प्रबंधन के द्वारा कबाड़ी की दुकान को बेचने की शिकायत सामने आने के बाद उन्हें प्रभारी प्राचार्य के पद से हटा दिया गया है.
बता दें कि, प्रभारी प्राचार्य की शिकायत के बाद भी विभागीय जांच में लीपापोती कर प्रभारी प्राचार्य को बचाने का भरसक प्रयास किया जा रहा था. जबकि मीडिया में खबर आने के बाद छत्तीसगढ़ बाल सरक्षंण आयोग ने मामले को स्वतः संज्ञान में लिया था. जांच टीम ने खैरागढ़ पहुंच कर सबंधित उक्त विद्यालय के छात्र-छात्राओं सहित पूरे स्टाफ का भी बयान लेते हुए जांच किया था.
इधर पूरे मामले की शिकायत जिला युवा कांग्रेस नेता की शिकायत पर जिला कलेक्टर केसीजी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला शिक्षा अधिकारी केसीजी को तत्काल जांच के आदेश दिए थे. उपरोक्त घटना से खैरागढ़ जिला के युवा कांग्रेस नेता राजा सोलंकी और उनकी पूरी टीम ने डिप्टी कलेक्टर को भी इस संबंध में ज्ञापन सौंपते हुए शिकायत को गंभीरता से लेते हुए कठोर कार्रवाई किए जाने की मांग लगातार कर रहे थे.
जिसके बाद कमलेश्वर सिंह व्याख्याता एल.बी. प्राचार्य स्वामी आत्मानन्द उत्कृष्ट अंग्रेजी / हिंदी माध्यम के शास. कन्या उच्च. माध्य. शाला खैरागढ़ विकासखंड खैरागढ़ के विरुद्ध की गई शिकायत के जांच में शिकायत सही पाए जाने के बाद प्रभारी प्राचार्य के पद से हटाकर शासकीय उच्च.माध्य. शाला कांचरी विकासखण्ड खैरागढ़ में अध्यापन कार्य के लिए अस्थायी रूप से आदेशित किया गया है.