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कांग्रेस के अभेद्य गढ़ रायबरेली में भी प्रधानमंत्री श्री मोदी के अनामय हेतु पूजा-अर्चना एवं अखण्ड जाप

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रायबरेली जनपद प्रारम्भ से ही कांग्रेसियों का गढ़ रहा है। यही से ही कांग्रेस सत्ता में विराजमान रहकर शासन करती रही। दुनिया के हर कोने में सत्ता परिवर्तन हुआ लेकिन रायबरेली जनपद में कांग्रेस की ही धाक जमी रही। रायबरेली की जनता सरल है. तरल है और विनम्र भी। लेकिन जब वह यह जान जाती है कि हमें मूर्ख बनाकर ठगा जा रहा है तब यह श्रीमती इन्दिरा गांधी जी को भी हरा देने में संकोच नहीं करती और उनके हारने पर अनुपात भी करती है। यह रायबरेली की जनता सम्पूर्ण भारत ही नहीं, विश्व को राजनीति का सार्थक नया पाठ पढ़ाती है।

रायबरेली में ऐसे लोगों की भी कमी नहीं है जो राष्ट्रभक्त हैं. सनातनी हैं और भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने में तन-मन-धन न्यौछावर करने वाले सक्रिय हैं।
इन्हीं में से एक छोटा सा नाम प्रो० शिववरण शुक्ल का है जो विश्वविख्यात विद्वान होने के साथ ही साथ उच्च शिक्षा के क्षेत्र में 14 बार विश्व रिकार्ड स्थापित कर चुके हैं। वे छत्तीसगढ़ में चेयरमैन के पद से सेवानिवृत्त होने के बाद राष्ट्र के गौरव को विश्व में उद्दीप्त करने वाले श्री मोदी कांग्रेस के अभेद्य गढ़ रायबरेली में भी प्रधानमंत्री श्री मोदी के अनामय हेतु पूजा-अर्चना एवं अखण्ड जाप कर के कार्यों की मुक्त कण्ठ से प्रशंसा करते हैं।
जी-20 पूर्णरूपेण सफल हो, भारत ‘विश्व गुरू’ बने और माननीय प्रधानमन्त्री श्री मोदी जी ‘पृथ्वी रत्न’ के रूप में विश्वविख्यात हों. इसके लिए रायबरेली जनपद के दक्षिण भाग में बहने वाली पतित पावनी गंगा जी के तट पर स्थित सिद्ध ज्वालेश्वर शिव मंदिर में 21-22 फरवरी, 2022 की 27 घण्टे का अनवरत् जाप किया जिसमें ग्राम प्रधान से लेकर एस०डी०एम० आदि अधिकारियों ने सहभागिता की। डॉ० शुक्ल द्वारा कृत 27 घण्टे का यह अनवरत जाप गोल्डेन बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में भी सम्मिलित किया गया।
उसके बाद जी-20 की पूर्ण सफलता के लिए डॉ० शुक्ल ने अपने सहयोगियों के साथ चित्रकूट जाकर पूजा-अर्चना की और माननीय मोदी जी पृथ्वी रत्न’ के रूप में विश्वविख्यात हो, इसके लिए 101 घृत दीपदान भी किया।

22 अप्रैल 2022 को ‘विश्वदिपर मध्य माननीय प्रधानमन्त्री जी को पृथ्वी एक भव्य समारोह के के घोषित किया जिसे 11 पश्तिी में शंखध्वनि से डॉ० शुक्ल के उद्घोष का समर्थन किया। सभी लोग मुक्तकण्ठ से ‘पृथ्थी मोदी जी यशस्वी हो के नारे लगाते रहे।

21-22 फरवरी, 2023 को डॉ० शुक्ल ने देवाधिदेव महादेव की विशिष्ट संकल्पित अभ्यर्चना करते हुए विकसित भारत अभियान-2047 की सफलता, भारत विश्व गुरु बनने की क्षमता एवं 2047 तक ‘पृथ्वी रत्न’ श्री मोदी जी को भारत का प्रधानमन्त्री बने रहने हेतु संकल्प लेकर 27:30 घण्टे का अनवरत् ‘ॐ नमः शिवाय’ का जाप परिपूर्ण किया। यह जाप भी विश्व रिकार्ड में सम्मिलित हुआ।

शिव सहस्त्रनाम से पूर्णाहुति के बाद डॉ० शुक्ल ने अपने सभी साथियों के साथ कीर्तन भजन गाते हुए पतित पावनी मां गंगा की पूजा की, आरती उतारी और 5100 फीट की पुष्पमाला गंगा के इस पार से उस पार तक ले जाकर और उस पार से इस पार तक लाकर अर्थात् कंठहार बनाकर विधिवत् अर्पित किया। इस पार से उस पार माला से आपूरित नाव से जाकर कंठहार बनाया गया। यह दृश्य बहुत ही भावुकता से परिपूर्ण रहा और सभी लोग मां गंगा की जय, देवाधिदेव महादेव की जय और पृथ्वी रत्न’ श्री मोदी जी की जय का उद्घोष करते रहे। गंगा पूजन कार्य भी गोल्डेन बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में सम्मिलित किया गया।
डॉ शुक्ल का यह कार्य भारत राष्ट्र गौरव के संवर्धन के लिए है क्योंकि डॉ० शुक्ल का यह स्पष्ट मत है कि जब तक ‘पृथ्वी रत्न मोदी जी हैं, तभी जी-20 सफल रहा, भव्य संसद भवन बना, भव्य भारत मण्डपम् बना, भव्य-दिव्य राम मंदिर बना और काशी और उज्जैन के शिव मंदिर भी दैदीप्यमान हो रहे हैं। डॉ शुक्ल का पूर्ण गंतव्य है कि विश्व में भारत की प्रतिष्ठा का संवर्धन करने वाले एकमात्र ‘पृथ्वी रत्न’ श्री मोदी जी ही हैं। जब से श्री मोदी जी ने प्रधानमन्त्र जी का पद ग्रहण किया तब से विश्व को भारत ‘भारत’ दिखाई पड़ने लगा। डॉ० शुक्ल ने कहा कि मेरा यहा उद्घोष – “सम्पूर्ण विश्व मध्ये श्रेष्ठो मदीय देशः”- तभी पूर्ण सफल होगा जब मोदी जी 2047 तक प्रधानमन्त्री के पद को अलंकृत करते रहेंगे। मेरी कामना पूर्ण हो यही प्रार्थना देवाधिदेन महादेव और पतित पावनी मां गंगा जी से बारम्बार है।

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