बीटीआई बिलासपुर डीएड 2001-2003 बैच के प्रशिक्षार्थियों का मित्र मिलन समारोह का आयोजन।वर्षों बाद एक साथ मिलकर किया स्टूडेंट लाइफ को याद।
कहते हैं बचपन हर गम से बेगाना होता है और स्टूडेंट लाइफ जीवन के उन सुखद पलों में से एक होता है जिसे व्यक्ति बार-बार जीना चाहता है पारिवारिक जिम्मेदारियों में बढ़ाने के बाद व्यक्ति चाह कर भी अपने जीवन को स्टूडेंट लाइफ की तरह नहीं जी पता है ऐसे में यदि एक दिन के लिए भी इस लाइफ को जीने का मौका मिलता है तो लोग सारे काम धाम छोड़कर इस लाइफ को जीने के लिए दौड़े चले आते हैं। इसी तरह के जिंदगी की यादों को ताजा करने के लिए बीटीआई बिलासपुर डीएड 2001-2003 बैच के प्रशिक्षार्थियों का मित्र मिलन कार्यक्रम का आयोजन बिलासपुर के शेरे पंजाब फैमिली ढाबा में किया गया।
वर्षों बाद बैच के मित्र एक दूसरे से एक साथ मिलकर स्टूडेंट लाइफ की घटनाओं को याद किए। यूं तो सभी अपने-अपने पारिवारिक जिम्मेदारियां में व्यस्त हैं और शासकीय कर्मचारी के रूप में अपने-अपने कर्तव्य का निर्वहन कर रहे हैं। फोन का जमाना है तो एक दूसरे से कभी कभार बात हो जाती है व्हाट्सएप में मैसेज देख लेते हैं या चैटिंग कर लेते हैं लेकिन प्रत्यक्ष रूप से मिलना शायद ही हो पता है और सब एक साथ मिल जाए यह तो कभी हो ही नहीं पता ऐसे में छात्र जीवन के समय से बहुत ही सक्रिय और जुझारू नरेंद्र लहरे ने सभी साथियों को एकजुट करने का प्रयास किया और सब एक साथ मिले इसके लिए मित्र मिलन कार्यक्रम का आयोजन रखने का प्रस्ताव रखा सभी ने सहर्ष मित्र मिलन कार्यक्रम के लिए अपनी सहमति दी। कोई कोरिया से आया था तो कोई कोरबा से कोई मुंगेली से तो कोई जांजगीर से इसी तरह अलग-अलग शहरों से मित्रगण आते गए और मित्र मिलन कार्यक्रम का सफल आयोजन बिलासपुर में हुआ।
सभी ने मिलाकर पुरानी यादों को ताजा करते हुए एक साथ मिलकर लंच किया।
कार्यक्रम में रोहित डिंडोरे,एक्स आर्मी मैन कमल प्रसाद मंगेशकर,नरेंद्र लहरे,रामसनेही सोनझरी,विनोद कुर्रे,एक्स आर्मी मैन व शिक्षक रामावतार श्रीवास,मनोज घृतलहरे,उमेश सर,भगवान दास घोसले,प्रदीप पाण्डेय आदि ने मिलकर इस तरह के आयोजन बीच बीच में करते रहने की बात कही।