राष्ट्रीय मतदाता दिवस के नाम पर स्कूल शिक्षा विभाग की खानापूर्ति…… 12 घंटे पहले आदेश जारी कर स्कूलों से रखते हैं क्रियान्वन की उम्मीद
आज राष्ट्रीय मतदाता दिवस है और इस अवसर पर स्कूल विभाग चाहता है कि मतदाता जागरूकता के लिए शपथ हो रैली एवं नुक्कड़ नाटक, रंगोली, पोस्टर, नारा लेखन ,निबंध लेखन इत्यादि प्रतियोगिताएं आयोजित हो और फिर समस्त दस्तावेज कार्यालय को भेजे जाए लेकिन इसके लिए सभी विकासखंड शिक्षा अधिकारियों ,प्राचार्य, प्रधान पाठकों को आदेश व्हाट्सएप से तब मिलता है जब स्कूलों पर ताले लग गए होते हैं । अब जब 25 जनवरी यानि राष्ट्रीय मतदाता दिवस के दिन छेरछेरा की छुट्टी हो तो इसका क्रियान्वयन कैसे होगा आप खुद समझ सकते हैं सवाल यह खड़ा होता है कि क्या अधिकारियों को इस बात की जानकारी नहीं होती की 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस है ? क्या उन्हें यह भी जानकारी नहीं थी कि 25 जनवरी को छत्तीसगढ़ में छेरछेरा की छुट्टी है ? और यदि जानकारी थी तो यह आदेश पहले क्यों नहीं निकाला गया क्योंकि यदि आदेश पहले निकाला गया होता तो शिक्षक इसकी पहले वैकल्पिक व्यवस्था करते ।
कुछ संस्था प्रमुखों से जब हमने बात की तो उन्होंने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि दरअसल यह केवल खाना पूर्ति है ताकि कल को जब बात आए तो उच्च कार्यालय यह कह सके कि हमने तो आदेश जारी किया था और कार्रवाई की तलवार हमारे गले पर लटके कई मामलों में अक्सर ऐसा ही होता है और इस बार भी ऐसा ही हुआ है । आपके लिए यह विशेष होगा पर हमारे लिए तो यह सामान्य बात है ।