न्यायालय से एक और ABEO के पक्ष में आया निर्णय…… लेक्चरर को विकासखंड शिक्षा अधिकारी बनाए जाने के विरुद्ध लगाई याचिका… शासन को 1 महीने के अंदर लेना होगा निर्णय
दिसंबर 2022 में कसडोल बीईओ राधेलाल जायसवाल जो की मूल रूप से व्याख्याता है की पदस्थापना को चुनौती हुए रमाकांत देवांगन ने उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी जिस पर न्यायालय ने शासन को यह निर्देश दिया था कि नियमों का पालन करते हुए एबीईओ को BEO बनाया जाए जिसका पालन करते हुए शासन ने रमाकांत देवांगन को कसडोल BEO बनाया था । अब किसी निर्णय को आधार बनाते हुए कसडोल के ABEO राजेंद्र टंडन ने बलौदा बाजार के प्रभारी BEO राजेंद्र कुमार जोशी की पदस्थापना को चुनौती दी है जिस पर न्यायालय ने शासन को एक माह के भीतर उनके अभ्यावेदन पर निर्णय लेने को आदेशित किया है , इसका साफ मतलब है कि अब BEO राजेंद्र कुमार जोशी की भी कुर्सी खतरे में है , यही नहीं जहां-जहां लेक्चरर बीईओ की कुर्सी पर बैठे हुए हैं उन्हें हटाने का निर्णय याचिका दायर होने पर कभी भी कोर्ट से आ सकता है । देखे आदेश