स्वामी आत्मानंद स्कूल बनेंगे अब पीएम श्री स्कूल….अगले शिक्षा सत्र में 400 नए पीएमश्री स्कूल खोलने की है सरकार की तैयारी….जाने अब क्या होगा परिवर्तन
राज्य में केंद्र सरकार की पीएमश्री (प्रधानमंत्री स्कूल फार राइजिंग इंडिया) योजना के अंतर्गत शिक्षा सत्र 2024-25 से 400 नए पीएमश्री विद्यालय खोलने की तैयारी है। प्रदेश में अभी 211 स्कूल खुल चुके हैं। इनमें 11 स्कूल रायपुर में संचालित हैं। प्रदेश में पहले से संचालित स्वामी आत्मानंद स्कूलों को भी केंद्र की पीएमश्री योजना के हवाले कर दिया जाएगा। विद्यार्थियों को इन स्कूलों में शिक्षा इनफार्मेशन कम्युनिकेशन टेक्नॉलॉजी (आइसीटी) डिजिटल क्लास रूम के माध्यम से प्रदान की जाएगी। उन्हें व्यावसायिक शिक्षा और स्थानीय उद्योगों के साथ इंटर्नशिप, उद्यमिता के अवसरों से जोड़ा जाएगा।
इसके साथ ही स्वामी आत्मानंद स्कूलों का संचालन केंद्र के पीएमश्री योजना के साथ साथ स्कूल शिक्षा विभाग करेगा। योजना के तहत छत्तीसगढ़ के 211 स्कूलों का चयन प्रथम चरण में किया गया है। इसमें एलीमेंट्री स्तर पर 193 और सेकेंडरी स्तर पर 18 स्कूल शामिल हैं। 211 स्वीकृत स्कूलों 190 स्कूल ऐसे हैं जिसमे कक्षा पहली से लेकर पांचवीं कक्षा तक संचालित हैं। पहली से आठवीं कक्षा वाले तीन स्कूल हैं। आठ एकलव्य विद्यालय और पहली कक्षा से लेकर 10वीं कक्षा वाले पोटा केबिन के 10 स्कूल हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत देश भर के 14,500 सरकारी स्कूलों को पीएम श्री योजना में अपग्रेड किया जा रहा है। इसके साथ ही स्वामी आत्मानंद स्कूलों की मरम्मत के नाम पर 800 करोड़ के घोटाले की जांच भी की जा रही है। स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में शिक्षा की वर्तमान स्थिति, अनियमितता और कुप्रबंधन को लेकर इसकी संचालन समितियों को तत्काल प्रभाव से खत्म करने का निर्णय पहले ही ले लिया गया है। इसके पहेल भूपेश सरकार ने अपने चुनिंदा 228 स्कूलों को पीएमश्री योजना में शामिल करने के लिए दावेदारी की थी मगर इनमें 17 स्कूलों का प्रस्ताव खारिज कर दिया गया था।
शर्तों को शिथिल करने की उठी मांग
केंद्र सरकार की पीएम श्री योजना की शर्तों को शिथिल करने के लिए राज्य शासन ने केंद्र को पत्र भी लिखा है। जिसमें यूनिफाइड डिस्ट्रिक्ट इंफार्मेशन सिस्टम फार एजुकेशन (यूडाइस) नंबर के पंजीयन के आड़े आ रहे नियमों को शिथिल करने की मांग की गई है। केंद्र यूडाइस नंबर के आधार पर ही स्कूलों का चयन करता है।