फर्जी दिव्यांगता मामले में एक हुई बर्खास्त तो कई अन्य पर लटकी कारवाई की तलवार , बड़ा सवाल – आखिर क्यों की जा रही मामले में लेट लतीफी… न्यायधानी में कलेक्टर ने दिए पांच मामलो के जांच के आदेश
प्रदेश में फर्जी दिव्यांग बनकर नौकरी हासिल करने वालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है। इस मामले में मुंगेली में एक फर्जी दिव्यांग महिला कर्मचारी को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है। वहीं दूसरी ओर न्यायधानी बिलासपुर कलेक्टर ने जिले के 5 कर्मचारियों की दिव्यांगता का भौतिक परीक्षण करने के निर्देश दिए हैं। इधर महिला कर्मचारी ऋचा दुबे पर हुई कार्रवाई का आदेश वायरल होने के बाद फर्जी दिव्यांगों के बीच हड़कंप मच गया है ऋचा दुबे पर यह कार्रवाई छत्तीसगढ़ शासन के अवर सचिव घनश्याम लाल साहू कृषि विकास एवं किसान कल्याण व जैव प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से की गई है।
छत्तीसगढ़ दिव्यांग सेवा संघ ने ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी व अन्य विभागों में फर्जी प्रमाण पत्रों के जरिए नौकरी कर रहे लोगों के भौतिक परीक्षण की मांग राज्य मेडिकल बोर्ड प्राध्यापक से कराने की मांग की थी। इस मामले में उन्होंने मुंगेली, रायपुर और बिलासपुर समेत अन्य जिलों में भी जोरदार प्रदर्शन किया था। संघ ने राज्यभर में ऐसे 43 लोगो की सूची भी जारी की थी जिनके दिव्यांगता को लेकर उन्हें संदेह है । प्रदर्शन के अलावा संघ ने ऐसे दो मामलों का खुलासा भी किया था। इनमें एक मामला मुंगेली में पदस्थ ऋचा दुबे का था। संघ ने आरोप लगाया था कि फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्रों के जरिए नौकरी हासिल की गई है। जिसका भौतिक परीक्षण किया जाना चाहिए। इधर इस मामले का खुलासा होने के बाद कृषि विकास एवं किसान कल्याण व जैव प्रौद्योगिकी विभाग के अवर सचिव घनश्याम लाल साहू ने जांच रिपोर्ट के आधार पर सहायक संचालक कृषि परीवीक्षाधीन ऋचा दुबे को सेवा से बर्खास्त करने का आदेश जारी कर दिया है। शिकायत के बाद नाक, कान, गला रोग तीन विशेषज्ञों डाक्टरों की टीम डॉ. हंसा बंजारा प्राध्यापक डॉ. दुर्गेश गजेंद्र सह और सच्चिदानंद सिन्हा ऑडियोलॉजिस्ट ग्रेड-1 ने मामले की जांच की थी और जांच में ऋचा दुबे को दिव्यांगता की श्रेणी में नहीं माना ।
बिलासपुर में भी छत्तीसगढ़ दिव्यांग सेवा संघ ने कलेक्टर संजीव झा से मुलाकात कर जिले के ऐसे पांच ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों के राज्य मेडिकल बोर्ड से दिव्यांगों के भौतिक परीक्षण की मांग की थी जिनके प्रमाण पत्र पर उन्हें संदेह है । कलेक्टर संजीव झा ने मामले में ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी आशुतोष पात्रे, सर्वेश कुमार ब्राम्हण, जितेंद्र कुमार साहू, प्रमोद सिंह राजपूत और सहायक ग्रेड-3 अनिरुद्ध सिंह राजपूत की दिव्यांगता के भौतिक परीक्षण कराने का निर्देश सीएमएचओ बिलासपुर राजेश शुक्ला को दिया है। इसकी जांच के बाद कई और मामलों का खुलासा होने की उम्मीद जाहिर की जा रही है ।