कुछ महीने पहले प्रमोशन में फर्जी आदेश को लेकर चर्चित हुई शिक्षिका का हुआ राज्य से प्रशासनिक तबादला और मिल गई मनचाही जगह पर पोस्टिंग…. बीईओ की शिकायत के बाद भी फर्जी आदेश मामले में नहीं हुई कोई कार्रवाई !
कल देर शाम जारी हुई तबादला सूची में पहले नंबर पर महिला शिक्षिका नंदिनी कश्यप का नाम है जिनका तबादला माध्यमिक शाला सरसडोल ब्लॉक लोरमी जिला मुंगेली से माध्यमिक शाला पेंडारी विकासखंड तखतपुर जिला बिलासपुर हुआ है । कुछ महीने पहले शिक्षिका नंदिनी कश्यप को लेकर एक बड़ा बवाल हुआ था जिसमें जेडी कार्यालय से जो सहायक शिक्षक से शिक्षक पद पर प्रमोशन आदेश जारी हुआ था उसमें नंदिनी कश्यप का प्रमोशन माध्यमिक शाला सरसडोल विकासखंड लोरमी जिला मुंगेली में हुआ था बाद में वह संशोधित आदेश लेकर माध्यमिक शाला पेंडारी में पदस्थापना पाने के लिए विकासखंड शिक्षा अधिकारी तखतपुर एल एस योगी के पास पहुंची और उन्हें कार्यभार ग्रहण करने के लिए कहा, आदेश को देखने के बाद संशोधित आदेश की प्रमाणिकता को लेकर संदेह होने पर बीईओ तखतपुर ने ज्वाइनिंग देने से इनकार कर दिया और संयुक्त संचालक कार्यालय से संपर्क किया तो संयुक्त संचालक कार्यालय की तरफ से इस नाम के किसी भी कर्मचारी को संशोधित आदेश देने से इनकार कर दिया । दरअसल नंदिनी कश्यप जो आदेश लेकर पहुंची थी वह वीडियो के मीडिया को दिए गए बयान के अनुसार धुंधला सा फोटोकॉपी था जिसमें आदेश क्रमांक भी किसी और का था और आदेश 5 जून को संयुक्त संचालक शिक्षा संभाग द्वारा जारी होना दर्शा रहा था जबकि इस तारीख के बाद संशोधन होना बंद हो गया था साथ ही वह एक माह बाद ज्वाइन करने पहुंची थी इसे लेकर विकासखंड शिक्षा अधिकारी को संदेह हुआ और उन्होंने जेडी को इस मामले की शिकायत भी की थी इसके बाद माना जा रहा था कि फर्जी आदेश मामले में महिला शिक्षिका पर FIR तक दर्ज हो सकती है और स्वयं जेडी कार्यालय द्वारा मीडिया को बयान दिया गया था कि मामले की शिकायत आने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी विकासखंड शिक्षा अधिकारी तखतपुर ने इस मामले की जानकारी देते हुए शिकायत भी की थी लेकिन जेडी कार्यालय की तरफ से किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई और अब शिक्षिका को मनचाहे जगह पर ट्रांसफर के माध्यम से पदस्थापना मिल गई है तो यह सीधे तौर पर कहा जा सकता है कि नियम कायदे और कानून केवल सामान्य शिक्षकों के लिए है विशेष शिक्षकों के लिए नहीं ।